अंधार दाटला, बेभानल्या दिशा चकव्यात उभी, अंगार उरी विझलेला
हि साद की तुझा आभास साजणा गंधाळून येई देह पुन्हा मिटलेला
विझल्या, विझल्या राखेत नवा वणवा कुठला उमजेना
झुरला, विरला, जीव आतुरला का आज असा समजेना
आसावला जीव, गेलं हरपून भान घे सावरून मन हे साजणा
काळजाच्या देशाला, जिव्हाराच्या वेशीला
आठवांचा मेघ दाटला
सुन्या सुन्या एकांती, तुझ्या चाहुली येता
उजळून जाती दिशा
आता जिथे तिथे तुझे जरी होती भास रे
श्वासांत गंध हा असा तुझी लावी आस रे
आसावला जीव, गेलं हरपून भान घे सावरून मन हे साजणा
मस्ती की बस्ती को तू हुल्लड का हैंडल दिला
टेंन्शन की आंटी को भी जेनी की फेनी पिला
मचमच की मौसी को बोल चखने में काजू खिला
टस्सल को मस्सल के तू विस्सल पे दुनिया हिला
बायगो बायगो इलायती नाय गो
फेनीची हायगो वायली मजा
बायगो बायगो सांग किदे जायगो
फिक्कर को छोड चल लिक्कर पिला
झुमेंगे नाचेंगे मैफिल जमायेंगेदिन आज का है ये मस्ती भरा प्यारा
हेहो… वोडलो खुशीचो आयचो हो दिस आसा
हल्ला मचायेंगे जल्वे दिखायेंगे
बस हम बना देंगे अब ये समा सारा
हे हो… वोडलो खुशीचो आयचो हो दिस आसा
होश उड गये है यार कैसा है नशा
अंग अंग दंग आज रंगल्या दिशा
जोश है जवां जवां नजारा है जवां
भान हरपुनी खुशाल झिंगते हवा
बायगो बायगो इलायती नाय गो
फेनीची हायगो वायली मजा
बायगो बायगो सांग किदे जायगो
फिक्कर को छोड चल लिक्कर पिला
दिल से दिल मिल जाए गुल ऐसा खिल जाए
झटके में खुल जाए किस्मत का हर ताला
हे हो… वोडलो खुशीचो आयचो हो दिस आसा
कलकी ना सोचेंगे खुदको ना रोकेंगे
टेन्शन को बोलेंगे चिपका है क्यो सालाहे
हो… वोडलो खुशीचो आयचो हो दिस आसा
ढोल बोलता है यार झूमले जरा
आ खुशी की हूर को तू चूम ले जरा
दर्द कि घटा हटा मचलने दे कदम
भूल जा कही सुनी तू नाचले जरा
बायगो बायगो इलायती नाय गो
फेनीची हायगो वायली मजा
बायगो बायगो सांग किदे जायगो
फिक्कर को छोड चल लिक्कर पिला